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आएगी कोई बात बातों से निकल,तू बात कर

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गर है जिगर,तकदीर जाती है बदल,तू बात कर उसको बता अपनी मुहब्बत आज चल, तू बात कर इजहारे दिल कर,डर है रुसवा हो न जाए,गर तुझे आएगी कोई बात बातों से निकल,तू बात कर  क्या इश्क कर सकता नहीं,दुनिया ये संगदिल है तो क्या  हों अश्क गर सच्चे,पत्थर जाते पिघल,तू बात कर  नाकामियों पर बात नश्तर सी करे दुनिया वैसे  जाती है तेरी कामयाबी से भी जल,तू बात कर  गर शायरी की बात है,हर ग़म सुखन पाखी बने  हो चोट दिल पर,दर्द से बनती ग़जल तू बात कर आपका  प्रकाश पाखी